एक बड़ा झटका': सिडनी बोर्डिंग स्कूल के लिए जिंदगी पलट रहे किशोर

एक बड़ा झटका': सिडनी बोर्डिंग स्कूल के लिए जिंदगी पलट रहे किशोर

कई किशोरों के लिए स्कूल बदलना आम बात है, लेकिन जब बात छोटे ग्रामीण कस्बों से निकलकर सिडनी जैसे महानगर में बोर्डिंग स्कूल में दाखिला लेने की होती है, तो यह सिर्फ स्कूल नहीं, बल्कि पूरी जिंदगी बदलने जैसा होता है।

नवीनतम रिपोर्ट के अनुसार, ऑस्ट्रेलिया में सैकड़ों किशोर अपने घरों, माता-पिता और समुदायों को छोड़कर बड़े शहरों के प्रतिष्ठित बोर्डिंग स्कूलों में दाखिला ले रहे हैं। यह कदम कई बार शिक्षा की गुणवत्ता, करियर के बेहतर अवसरों और एक्स्ट्रा करिकुलर गतिविधियों के लिए उठाया जा रहा है, लेकिन इसका भावनात्मक असर किशोरों पर गहरा पड़ रहा है।

16 वर्षीय एलिजा ने कहा, "यह मेरे लिए एक बड़ा झटका था। अपने परिवार से अलग होना आसान नहीं है, लेकिन मुझे लगता है कि यह मेरे भविष्य के लिए जरूरी था।" एलिजा जैसे कई छात्र जो पश्चिमी न्यू साउथ वेल्स और उत्तरी क्वींसलैंड जैसे इलाकों से आ रहे हैं, वे सिडनी के बोर्डिंग स्कूलों में रहकर शिक्षा ले रहे हैं।

विशेषज्ञों का मानना है कि यह परिवर्तन विद्यार्थियों को आत्मनिर्भर, अनुशासित और सामाजिक रूप से परिपक्व बनाता है, लेकिन उन्हें मानसिक और भावनात्मक समर्थन की भी आवश्यकता होती है।

स्कूल प्रशासन ने इन बच्चों की मनोस्थिति को समझते हुए काउंसलिंग और पैरेंटल विज़िट सुविधा को बढ़ाया है।

"हमें बच्चों को केवल शिक्षा नहीं, भावनात्मक स्थिरता भी देनी है," एक बोर्डिंग स्कूल के प्रमुख ने कहा।

ग्रामीण क्षेत्रों से शहरों की ओर यह परिवर्तन शिक्षा के क्षेत्र में एक नई प्रवृत्ति को दर्शाता है, जो ग्रामीण-शहरी विभाजन को कम करने की दिशा में सकारात्मक लेकिन चुनौतीपूर्ण पहल है।