इज़रायल ने ईरान की सैन्य और परमाणु क्षमताओं पर मारा बड़ा वार, कई शीर्ष जनरल और वैज्ञानिक मारे गए

इज़रायल ने ईरान की सैन्य और परमाणु क्षमताओं पर मारा बड़ा वार, कई शीर्ष जनरल और वैज्ञानिक मारे गए

तेहरान/यरुशलम।
ईरान और इज़रायल के बीच चल रहे भीषण संघर्ष ने मंगलवार को एक नया और खतरनाक मोड़ ले लिया, जब इज़रायली वायुसेना और विशेष बलों द्वारा किए गए सिलसिलेवार हमलों में ईरान की सैन्य और वैज्ञानिक संरचना को गहरा झटका लगा है।

सूत्रों के अनुसार, इन हमलों में ईरान की रिवोल्यूशनरी गार्ड (IRGC) के कई शीर्ष जनरल, खुफिया अधिकारी और परमाणु वैज्ञानिक मारे गए हैं। इनमें वे प्रमुख वैज्ञानिक भी शामिल हैं, जिन पर ईरान के गुप्त परमाणु कार्यक्रम के संचालन का दारोमदार था।

इज़रायली रक्षा मंत्रालय ने आधिकारिक रूप से इस ऑपरेशन की पुष्टि नहीं की है, लेकिन उच्चस्तरीय सैन्य सूत्रों का कहना है कि यह ऑपरेशन "ईरान की परमाणु क्षमताओं को जड़ से खत्म करने की रणनीति" का हिस्सा है।

मारे गए प्रमुख नामों में शामिल हैं:

  • मेजर जनरल अली सादेकी, जो सीरिया में ईरानी सैन्य अभियानों के मुख्य संयोजक थे।

  • डॉ. मोहसिन नूरी, परमाणु वैज्ञानिक, जो अंडरग्राउंड परमाणु फैसिलिटी के संचालन से जुड़े थे।

  • ब्रिगेडियर हमीद रज़ाई, मिसाइल तकनीक और ड्रोन्स के क्षेत्र में काम कर रहे थे।

ईरान की सरकार ने इन हत्याओं की निंदा करते हुए इसे "सीधा युद्ध अपराध" बताया और इज़रायल को इसका गंभीर परिणाम भुगतने की चेतावनी दी है। ईरानी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि "ईरान के वैज्ञानिकों की हत्या वैश्विक शांति के खिलाफ साज़िश है और इसका जवाब ज़रूर दिया जाएगा।"

दूसरी ओर, इज़रायली मीडिया में इसे एक "सर्जिकल मास्टरस्ट्रोक" बताया जा रहा है और विशेषज्ञ मान रहे हैं कि इससे ईरान की सैन्य और तकनीकी क्षमताओं को वर्षों पीछे धकेल दिया गया है।

मध्य-पूर्व में बढ़ती इस तनावपूर्ण स्थिति ने अमेरिका, रूस और यूरोपीय संघ को भी चिंता में डाल दिया है। यूएन महासचिव ने दोनों देशों से संयम बरतने और वार्ता के माध्यम से समाधान निकालने की अपील की है।

स्थिति अभी भी तनावपूर्ण है, और अगले कुछ दिन इस संघर्ष के भविष्य को तय कर सकते हैं।