ईरान-इज़राइल संघर्ष ने पकड़ा भयावह मोड़: इज़रायली हमले के जवाब में ईरान का सैन्य अभियान, तेल अवीव समेत कई शहरों पर मिसाइल हमला

ईरान-इज़राइल संघर्ष ने पकड़ा भयावह मोड़: इज़रायली हमले के जवाब में ईरान का सैन्य अभियान, तेल अवीव समेत कई शहरों पर मिसाइल हमला

तेहरान/तेल अवीव | 14 जून 2025

पश्चिम एशिया में हालात बेहद तनावपूर्ण हो गए हैं। इज़राइल द्वारा ईरान के सैन्य और परमाणु ठिकानों पर किए गए भीषण हवाई हमलों के जवाब में, ईरान ने शुक्रवार रात इज़राइल पर सैकड़ों मिसाइलें और ड्रोन दागे। यह जवाबी हमला ‘ऑपरेशन ट्रू प्रॉमिस-III’ नामक सैन्य अभियान के तहत किया गया, जिसमें इज़राइल के प्रमुख शहरों — तेल अवीव, यरुशलम और हाइफा — को निशाना बनाया गया।

ईरान का पलटवार: आसमान में सायरन और धमाके

ईरानी रिवोल्यूशनरी गार्ड्स (IRGC) की ओर से दावा किया गया कि यह हमला "शहीदों के खून का जवाब" है। इज़राइल की सेना (IDF) ने बताया कि उसकी आयरन डोम रक्षा प्रणाली ने अधिकांश मिसाइलों को हवा में ही नष्ट कर दिया, लेकिन कुछ मिसाइलें अपने लक्ष्यों तक पहुंच गईं जिससे अब तक 22 नागरिकों के घायल होने की पुष्टि हुई है।

तेहरान पर इज़रायली हमला: सैन्य अधिकारियों की मौत

इससे पहले इज़राइल ने "ऑपरेशन राइजिंग लायन" चलाकर ईरान की राजधानी तेहरान और अन्य रणनीतिक इलाकों पर एयरस्ट्राइक की थी। इन हमलों में ईरान के दो शीर्ष सैन्य कमांडर — चीफ ऑफ स्टाफ जनरल मोहम्मद हुसैन बघेरी और रिवोल्यूशनरी गार्ड्स के कमांडर जनरल हुसैन सलामी — की मौत हो गई थी। इज़राइल का कहना है कि यह हमला ईरान की परमाणु गतिविधियों और बढ़ते खतरे को देखते हुए ‘पूर्व-खतरे की रोकथाम’ के तहत किया गया।

दुनिया में मची हलचल, कूटनीतिक प्रयास तेज

इस ताजा संघर्ष से पूरे विश्व में चिंता की लहर दौड़ गई है। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने इस मुद्दे पर आपातकालीन बैठक बुलाई है। अमेरिका ने इज़राइल के कदमों का समर्थन किया है जबकि रूस, चीन, तुर्की और फ्रांस ने दोनों देशों से संयम बरतने की अपील की है।

तेल की कीमतों और हवाई उड़ानों पर असर

संघर्ष के चलते वैश्विक तेल कीमतों में 7% तक उछाल आया है और मध्य पूर्व में कई अंतरराष्ट्रीय उड़ानें रद्द कर दी गई हैं। स्थिति को देखते हुए विश्व की प्रमुख एयरलाइंस ने इज़राइल और ईरान के हवाई मार्गों से बचने के निर्देश जारी किए हैं।

विश्लेषकों की चेतावनी: टकराव का बढ़ना तीसरे विश्व युद्ध जैसी स्थिति बना सकता है

राजनयिक और रक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि अगर जल्द ही इस संघर्ष को नियंत्रित नहीं किया गया, तो यह टकराव क्षेत्रीय युद्ध को वैश्विक संकट में बदल सकता है। भारत, ऑस्ट्रेलिया और यूरोपीय यूनियन सहित कई देशों ने अपने नागरिकों को क्षेत्र से तुरंत निकलने की सलाह दी है।