इजरायल और ईरान के बीच जारी भीषण संघर्ष के बीच भारत ने अपने नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए 'मिशन रेस्क्यू' शुरू कर दिया है। मंगलवार सुबह एक बड़ी राहत की खबर सामने आई जब ईरान में फंसे 110 भारतीयों का पहला जत्था सुरक्षित रूप से देश के आर्मीनिया बॉर्डर में प्रवेश कर गया। विदेश मंत्रालय के अनुसार, इन नागरिकों को जल्द ही विशेष उड़ानों के माध्यम से भारत लाया जाएगा।
मंगलवार को इजरायल-ईरान युद्ध अपने पांचवें दिन में प्रवेश कर चुका है। सोमवार और मंगलवार की दरम्यानी रात को दोनों देशों ने एक-दूसरे पर दर्जनों मिसाइलें दागीं। ईरान की ओर से तेल अवीव, हाइफा और पेटाह टिकवा जैसे इजरायली शहरों पर हुए हमलों में अब तक 22 इजरायली नागरिकों की मौत हो चुकी है, जबकि दर्जनों घायल हैं। जवाबी कार्रवाई में इजरायल ने भी तेहरान समेत कई ईरानी शहरों को निशाना बनाया, जिससे ईरान में मरने वालों की संख्या 224 तक पहुंच गई है।
विदेश मंत्रालय ने ईरान और इजरायल में मौजूद अन्य भारतीयों की सहायता के लिए विशेष हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए हैं। मंत्रालय ने भारतीय नागरिकों से आग्रह किया है कि वे संयम बनाए रखें और किसी भी आपात स्थिति में तत्काल इन हेल्पलाइनों से संपर्क करें।